Autobiography of a yogi hindi pdf

Autobiography of a Yogi train in Hindi PDF | य&#;ग&#; कथ&#;म&#;त

Title : य&#;ग&#; क&#; आत&#;मकथ&#;
Pages :
File Size : MB
Author : परमह&#;स य&#;ग&#;नन&#;द
Category : Biography
Language : Hindi
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क&#;वल पढ़न&#; ह&#;त&#; : मन&#;ष&#;य त&#; वह&#; ह&#; ज&#; स&#;व&#;र&#;थ क&#; ल&#;ए लड़त&#; न ह&#;&#; अह&#;क&#;र म&#;&#; पड़कर अपन&#; ह&#; ट&#;&#;ग हर जगह अड़&#;य&#; रखन&#;

और द&#;सर&#; स&#;थ&#;य&#;&#; क&#; उसम&#;&#; स&#; व&#;च&#;र&#;&#; क&#; भ&#; म&#;ल&#;य न समझन&#; परस&#;पर क&#; व&#;यवह&#;र क&#; च&#;पट कर द&#;त&#; ह&#;&#; घर और सम&#;ज क&#; वह&#; म&#;ल&#;क ब&#;&#;द&#;व&#;म&#;न ह&#; ज&#; प&#;र&#;य&#; हर व&#;यवह&#;र म&#;&#; अपन&#; स&#;थ&#;य&#;&#;, पर&#;व&#;र व&#;ल&#;&#; तथ&#; अन&#;ग&#;म&#;य&#;&#; स&#; सम&#;पत&#; ल&#;त&#; ह&#;&#; कह&#; ह&#;- "प&#;च सर&#;ख&#; क&#;ज&#; क&#;ज, ह&#;र&#; ज&#;त&#; न&#;ह&#;&#; ल&#;ज"

स&#;थ&#;य&#;&#; स&#; स&#;पत&#;त&#; ल&#;कर क&#;म करन&#; स&#; अपन&#; श&#;र&#;ष&#;ठत&#; घटत&#; नह&#;&#;&#; अप&#;त&#; बढ&#; ज&#;त&#; ह&#;&#; अन&#;क व&#;च&#;र&#;&#; क&#; म&#;ल ज&#;न&#; पर प&#;र&#;य&#; ब&#;गड़त&#; नह&#;&#;&#; यद&#; समय स&#; ब&#;गड&#; भ&#; ज&#;य&#; त&#; उसक&#; ह&#;न&#; क&#;वल व&#;यवस&#;थ&#;पक क&#; अपन&#; स&#;र पर नह&#;&#; आत&#;&#; उसम&#;&#; सब ह&#;स&#;स&#;द&#;र ह&#; ज&#;त&#; ह&#;&#; और परस&#;पर व&#;यवह&#;र मध&#;र बन&#; रहत&#; ह&#;&#;

कई ब&#;र मन&#;ष&#;य स&#; गलत&#; ह&#; ज&#;त&#; ह&#;, परन&#;त&#; वह अपन&#; गलत&#; क&#; स&#;व&#;क&#;रत&#; नह&#; ह&#; इसस&#; भ&#; व&#;यवह&#;र ब&#;गड़ ज&#;त&#; ह&#;&#; अपन&#; गलत&#; न म&#;नन&#; क&#; म&#;ल म&#;&#; भ&#; अह&#;क&#;र ह&#; ह&#;&#; मन&#;ष&#;य समझत&#; ह&#; क&#; हम अपन&#; गलत&#; स&#;व&#;क&#;र कर&#;&#;ग&#; त&#; ल&#;ग हम&#;&#; ह&#; यह ह&#;न समझ&#;&#;ग&#;, परन&#;त&#; यह क&#;वल भ&#;ल ह&#;&#; व&#;नम&#;रत&#; प&#;र&#;वक सच&#;च&#; ह&#;दय स&#; अपन&#; गलत&#; स&#;व&#;क&#;र ल&#;न&#; व&#;ल&#; पर सबक&#; श&#;रद&#;व&#; ह&#; ज&#;त&#; ह&#;&#;

अतएव मन&#;ष&#;य यद&#; अपन&#; ज&#;वन स&#;ख&#; बन&#;न&#; च&#;हत&#; ह&#;, त&#; उस&#; च&#;ह&#;ए क&#; वह भ&#;त&#;क भ&#;ग&#; क&#; ल&#;लच, स&#;व&#;र&#;थ क&#; आसक&#;त&#; एव&#; अहम भ&#;वन&#; क&#; त&#;य&#;ग करक&#; स&#;थ&#;य&#;&#; म&#;&#; मध&#;रतम प&#;र&#;म क&#; व&#;यवह&#;र स&#;थ&#;प&#;त कर&#;&#;

यद&#; स&#;थ&#; सचम&#;च ब&#;र&#; बन ज&#;त&#; ह&#; त&#; व&#;यवह&#;र नह&#;&#; बनत&#;; परन&#;त&#; अध&#;क&#;शत&#; परस&#;पर क&#; व&#;यवह&#;र इसल&#;ए ब&#;गड़ ज&#;त&#; ह&#; क&#; एक द&#;सर&#; क&#; ठ&#;क स&#; समझन&#; म&#;&#; त&#;र&#;ट&#; करत&#; ह&#;&#;&#; कई ब&#;र ऐस&#; ह&#;त&#; ह&#; क&#; क&#;ई व&#;यक&#;त&#; हम&#;र&#; स&#;ध&#;र क&#; ल&#;ए ऐस&#; शब&#;द कहत&#; ह&#; ज&#; हम&#;&#; कट&#; लगत&#; ह&#; और हम यह म&#;न ल&#;त&#; ह&#;&#; क&#; वह हम&#;र&#; ब&#;र&#;इय&#;&#; क&#; द&#;खत&#; रहत&#; ह&#;&#; यद&#;यप&#; कहन&#; व&#;ल&#; क&#; ह&#;दय हम&#;र&#; ल&#;ए स&#;फ और सरल ह&#;त&#; ह&#;&#;

कई ब&#;र हम&#;र&#; स&#;थ&#; उत&#;त&#;जन&#; म&#;&#; आकर सचम&#;च कट&#; कह द&#;त&#; ह&#; और इस आध&#;र पर हम अपन&#; स&#;थ&#; क&#; अपन&#; द&#;ष-दर&#;शक, छ&#;द&#;र&#;न&#;व&#;ष&#; और व&#;र&#; समझ ल&#;त&#; ह&#;; परन&#;त&#; वह हम&#;&#; कट&#; कहन&#; क&#; तत&#;क&#;ल ब&#;द उस पर घ&#;र पश&#;च&#;त&#;प करत&#; ह&#; और मन ह&#; मन स&#;चत&#; ह&#; क&#; म&#;&#;न&#; उसक&#; न&#;हक कट&#; कह&#;&#;

More: ओश&#; क&#; प&#;रस&#;द&#;ध प&#;स&#;तक 'स&#;भ&#;ग स&#; सम&#;ध&#; क&#; ओर' (PDF)

हम कई ब&#;र यह म&#;न&#; रहत&#; ह&#;&#; क&#; अम&#;क व&#;यक&#;त&#; हमस&#; द&#;व&#;ष करत&#; ह&#; और इसल&#;ए हम&#;&#; उसक&#; यह&#;&#; नह&#;&#; ज&#;न&#; च&#;ह&#;ए; परन&#;त&#; यद&#; हम उसक&#; यह&#;&#; चल&#; ज&#;त&#; ह&#;&#; त&#; वह हम&#;र&#; आवभगत करत&#; ह&#;, प&#;रसन&#;न ह&#;त&#; ह&#; और प&#;र&#;व और प&#;र&#;व क&#; ध&#;म&#;ल व&#;यवह&#;र न&#;खर ज&#;त&#; ह&#;&#;